खाद्य एलर्जी रोग : - कोई ख़ास तरह का खाना खाने के बाद शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता का बुरी तरह या खतरनाक तरीके से प्रतिक्रिया करना खाद्य एलर्जी कहा जाता है। दूसरे शब्दों में खाद्य पदार्थों के प्रदूषित होने की वजह से भी शरीर द्वारा प्रतिक्रियास्वरूप जो एलर्जी होती है,इसे खाद्य एलर्जी कहा जाता है। यह आहार से होने वाली एलर्जी के कारण शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली की असामान्य प्रतिक्रिया के फलस्वरूप जो शरीर असहजता एवं परेशानी महसूस करता है और लक्षण दर्शाती है इसे खाद्य एलर्जी के तौर पर देखा जाता है। कभी - कभी यह एलर्जी अत्यंत घातक सिद्ध होता है एवं जानलेवा सिद्ध हो सकती है। इसे खाद्य प्रत्यूर्जता के नाम से भी जाना जाता है। 

लक्षण : - सिरदर्द,पेट दर्द,शरीर पर लाल चकत्ते,खुजली,गले में सूजन,साँस लेने में परेशानी,धड़कनों का तेज होना,पित्ती उछलना,पाचन समस्याएं,निम्न रक्तचाप,जी मिचलाना,जीभ में सूजन के कारण बोलने में परेशानी,नाक का बहना,नाक में जलन आदि खाद्य एलर्जी रोग के प्रमुख लक्षण हैं। 

कारण : - प्रदूषित खाद्य पदार्थ का सेवन,शरीर का अति संवेदनशील होना,आनुवांशिक कारण,पर्यावरणीय बदलाव,वायरस,परजीवी,बैक्टीरिया का संक्रमण,दवाओं का प्रतिकूल प्रभाव, संतुलित खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करना,विटामिन डी की कमी होना आदि खाद्य एलर्जी रोग के मुख्य कारण हैं। 

उपचार : - (1 ) केला के प्रतिदिन सेवन करने से खाद्य एलर्जी रोग दूर हो जाती है। 

(2 ) आंवला के प्रयोग से खाद्य एलर्जी रोग दूर हो जाती है। 

(3 ) संतरा जूस,मौसमी जूस आदि के नियमित प्रयोग करने से खाद्य एलर्जी रोग दूर हो जाती है। 

(4 ) केस्टर ऑयल की चार - पांच बूंदें एक कप पानी में डालकर पीने से खाद्य एलर्जी समाप्त हो जाती है। 

(5 ) जैतून का तेल,ब्रोकली,सूरजमुखी तेल,पालक,बादाम,समुद्री खाद्य पदार्थों के सेवन से भी खाद्य एलर्जी दूर हो जाती है। 

(6 ) अलसी या अलसी के तेल के प्रयोग से खाद्य एलर्जी में अत्यंत फायदा होता है। 

(7 ) एक चम्मच नीम्बू रस एवं एक चम्मच शहद मिलाकर प्रतिदिन सेवन करने से भी खाद्य एलर्जी में अत्यंत लाभकारी है। 

(8 ) गाजर का रस एवं चुकुन्दर का रस मिलाकर पीने से खाद्य एलर्जी ठीक हो जाता है। 

(9 ) विटामिन बी - 5 के सेवन से भी खाद्य एलर्जी ठीक हो जाता है। 

(10 ) नोनी जूस के सेवन से खाद्य एलर्जी एवं इससे होने वाले दुष्प्रभावों से पूरी तरह से बचा जा सकता है। 

योग,आसन एवं प्राणायाम : - अनुलोम - विलोम,कपालभाति,ॐ कार का उच्चारण,सूर्य नमस्कार आदि 


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