उपांत्र शोथ या एपेंडिक्स रोग :  - उपांत्र शोथ एपेंडिक्स की सूजन की अवस्था है। एपेंडिक्स एक छोटी सी ट्यूब की तरह का अंग होता है,जो बड़ी आंत से जुड़ा हुआ रहता है और पेट के दायीं ओर होता है। वास्तव में एपेंडिक्स एक तरफ से खुला हुआ और दूसरी तरफ से बंद होता है। जब एपेंडिक्स में रुकावट,दवाब और सूजन बढ़ जाती है तो इसमें इंफेक्शन हो जाता है जिसके फट जाने पर जानलेवा साबित होती है;इसलिए इसे आपातकालीन चिकित्सा के रूप में वर्गीकृत किया गया है। यह बीमारी किसी भी उम्र के लोगों को हो सकती है। पेट के दायीं भाग में दर्द रहने पर एपेंडिक्स की जाँच अवश्य करवा लेनी चाहिए ताकि इसके फट जाने से अत्यंत खतरनाक स्थिति उत्पन्न हो जाती है। 

लक्षण : - मध्य पेट में नाभि के आसपास दर्द,बुखार,उल्टी,मांसपेशियों में ऐंठन,खांसने से दर्द में वृद्धि,भूख न लगना,ठण्ड लगने जैसा लक्षण,पेट में दर्द का स्थान बार - बार बदलना,पेट से वायु निकलने में परेशानी,जीभ की सतह पर सफ़ेद रंग जमा होना आदि उपांत्र शोथ रोग के प्रमुख लक्षण हैं। 

कारण : - मल के टुकड़े का एपेंडिक्स में फंस जाना और अवरोध पैदा करना,संक्रमण के कारण,एपेंडिक्स में सूजन,एपेंडिक्स का फूलापन एवं पीप की उत्पत्ति,बैक्टीरिया का बढ़ जाना, दाँतों में पायरिया होना आदि उपांत्र शोथ रोग के मुख्य कारण हैं। 

उपचार : - (1) लहसुन की 3 - 4 कलियों का प्रतिदिन सेवन करने से एपेंडिक्स की सूजन या संक्रमण से बचा जा सकता है। 

(2) अदरक के टुकड़ों को दो कप पानी में उबालें और जब एक कप पानी शेष रहे तो छानकर उसमें एक चम्मच शहद डालकर प्रतिदिन पीने से एपेंडिक्स की सूजन दूर हो जाती है। 

(3) मेथीदाना दो चम्मच लेकर एक कप पानी में उबालें और छानकर प्रतिदिन दिन में दो बार सेवन करने से एपेंडिक्स की सूजन दूर हो जाती है। 

(4) एक मुट्ठी तुलसी के पत्ते,एक चम्मच अदरक के छोटे - छोटे टुकड़े को एक कप पानी में उबालकर दिन में दो बार पीने से एपेंडिक्स की सूजन समाप्त हो जाती है। 

(5) एक चम्मच ताजे पुदीने की पत्ती एक कप खौलते पानी में डालकर उबालें और छानकर उसमें कच्ची शहद मिलाकर हफ्ते भर दिन में दो बार पीने से एपेंडिक्स की सूजन दूर हो जाती है। 

(6) रोजाना छाछ में काला नमक मिलाकर पीने से एपेंडिक्स में बहुत राहत मिलती है। 

(7) पुनर्नवा,हरड़,नीम की छाल,दारू हल्दी,कुटकी,गिलोय,पटल के पत्ते एवं सोंठ 4 -4 ग्राम लेकर जौ कूटकर आधा लीटर जल में काढ़ा बनाकर पीने से उपांत्र शोथ या एपेंडिक्स की सूजन एवं दर्द आराम हो जाता है। 

(8) सोंठ, हरड़,श्वेत जीरा,पीपल,काली मिर्च,अजवाइन,लोंग,चीता,नागरमोथा,सोया बच,छोटी इलायची,दालचीनी,सोंफ,हींग भुनी,सुहागा समान भाग तथा काला नमक एवं सेंधा नमक 6 - 6 ग्राम चूर्ण बना दिन में तीन बार जल के साथ सेवन करने से उपांत्र शोथ या एपेंडिक्स के सूजन, इंफेक्शन एवं दर्द समाप्त हो जाती है। 

योग,आसन एवं प्राणायाम : - अनुलोम विलोम ,कपालभाति,भ्रामरी,उज्जायी ,सर्वांग आसन आदि। 


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